हास्य-पद्यानि त्रयोदशः पाठः

हास्य-पद्यानि

त्रयोदशः पाठः

अभ्यास-प्रश्नाः

प्रश्न: १. श्लोकान् सस्वरं गायत। (श्लोकों को स्वर सहित गाओ।)

 निर्देश: – विद्यार्थी स्वयं गाएँ।

 प्रश्न: २. श्लोकांशान् यथायोग्यं योजयत (श्लोकों को ठीक से मिलाओ)

उत्तरम्-

(क) वैद्यराजनमस्तुभ्यं   –       यमराज सहोदर!

(ख) दुर्लभानि परान्नानि –     प्राणाः जन्मनि जन्मनि।

(ग) कमले कमला शेते   –      हरः शेते हिमालये।

(घ) परस्परं प्रशंसन्ति  –       हरः शेते हिमालये।

(ङ) पश्याम्यहं जगत्सर्वं –      न मां पश्यति कश्चन।

प्रश्न:  ३. रिक्तस्थानानि पूरयत (खाली स्थानों को भरो)

उत्तरम् –

(क) वैद्यराज नमस्तुभ्यं यमराज सहोदर। (नमस्तुभ्यं/ नमस्तेभ्यः)

(ख) दुर्बुद्धे! मा प्राणेषु दयां कुरु। (प्राणेषु / प्राणयोः)

(ग) गीतं गायन्ति गर्दभाः। (गायति / गायन्ति)

(घ) हरः शेते हिमालये। (सेते / शेते)

प्रश्न: ४. प्रश्नानाम् उत्तराणि एकपदेन लिखत (एक शब्द में उत्तर दो)

(क) केषु दयां मा कुरु?

उत्तरम्- प्राणेषु

(ख) हरः कुत्र शेते?

उत्तरम् – हिमालये

(ग) गर्दभाः किं कुर्वन्ति।

उत्तरम् – गीतं गायन्ति

(घ) सर्वं जगत् कः पश्यति?

उत्तरम् – दारिद्रयः

प्रश्न: ५. प्रश्नानाम् उत्तराणि लिखत (प्रश्नों के उत्तर लिखो)

(क) वैद्यः कानि-कानि हरति?

उत्तरम् – प्राणान् धनानि च।

(ख) मत्कुणशङ्कया क्षीरोब्धौ कः शेते।

उत्तरम् – हरिः।

(ग) परस्परं के प्रशंसन्ति।

उत्तरम् – गर्दभाः उष्ट्राः

(घ) दरिद्रतायाः स्तुतिः कथं कृता।

उत्तरम् – सिद्धिं प्राप्तुम्।

प्रश्न:  ६. हिन्दी भाषायाम् अनुवाद कुरुत (हिन्दी भाषा में अनुवाद करो)

(क) परान्नं प्राप्य दुर्बुद्धे ! मा प्राणेषु दयां कुरु।

उत्तरम्- हे दुर्बुद्धि दूसरे का अन्न प्राप्त करके अपने प्राणों पर दया मत करो।

        (ख) दुर्लभानि परान्नानि, प्राणाः जन्मनि जन्मनि।

उत्तरम्- दूसरे का अन्न दुर्लभ होता है जबकि प्राण तो बार-बार मिल जाते हैं।

(ग) परस्परं प्रशंसन्ति-अहोरूपम् ! अहो ध्वनिः।

उत्तरम्-(ऊँट और गधों समूह) आपस में  एक-दूसरे की प्रशंसा करते हैं। वाह! क्या सुन्दर रूप है  वाह! क्या ध्वनि है।

(घ) पश्याम्यहं जगत्सर्वं न मां पश्यति कश्चन।

उत्तरम्- मैं पूरे जगत को देखता हूँ जबकि मुझे कोई भी नहीं देखता है।

प्रश्न: ७. चित्रस्य सम्मुखे तत्सम्बन्धित-हास्यपद्यं सुलेखे लिखत-

        (चित्रों के सामने उनसे सम्बन्धित हास्यश्लोकों को सुलेखपूर्वक लिखो)

उत्तरम् –

(1) उष्ट्रानां विवाहे तु गीतं गायन्ति गर्दभाः।

(2) क्षीराब्धौ च हरिः शेते।

(3) हरश्शेते हिमालये।

(4) कमले कमला शेते।

आओ! मिलकर सीखें।

उत्तरम्- विद्यार्थी स्वयं करें।

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